(Live Casino Online India) ✨ Junglee Rummy App Play now, win big, Rummy Game Rules Play for Real at the Online Casino!. सिर्फ 41 साल की उम्र में डॉक्टर गौरव गांधी की मौत से चिकित्सक भी सदमे में हैं कि आखिर हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों को कैसे रोका जाए? गौरव गांधी को जब हार्ट अटैक आया वे उस समय वह घर से अस्पताल के लिए निकल रहे थे। उसी समय उन्हें दिल का दौरा पड़ा और सीने में दर्द महसूस होने पर उन्होंने जी जी अस्पताल ले जाया गया। जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मौत की खबर के बाद जी जी अस्पताल के बाहर काफी संख्या में डॉक्टर जमा हो गए। जी जी अस्पताल की डीन नंदिनी देसाई भी मौके पर पहुंची। बाद में उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
नई दिल्ली। स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (NCB) ने मंगलवार को कहा कि उसने देश में लगभग 15,000 एलएसडी ब्लॉट्स की अब तक की सबसे बड़ी खेप जब्त की है और डार्क नेट के जरिए संचालित मादक पदार्थों की तस्करी के एक गिरोह का भंडाफोड़ करने के साथ 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के अनुसार जब्त की गई खेप (लगभग 5 हजार से 7 हजार रुपए प्रति ब्लॉट) की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 10 करोड़ रुपए से अधिक है। यह अभियान पिछले महीने के अंत में शुरू किया गया था। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है वे छात्र और युवा हैं जो गोपनीय इंटरनेट-आधारित ऐप और डब्ल्यूआईसीकेआर जैसी मैसेंजर सेवा के जरिए अपनी पहचान छिपाकर आसानी से पैसा बनाना चाहते थे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस उपलब्धि पर मादक पदार्थ रोधी संघीय एजेंसी को बधाई देते हुए कहा कि यह साइबर सतर्कता और मानव खुफिया के बीच बड़े समन्वय को दर्शाता है और यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नशा मुक्त भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है। एलएसडी या लिसर्जिक एसिड डाइथिलेमाइड वास्तव में सिंथेटिक रसायन आधारित एक मादक पदार्थ है तथा इसे मतिभ्रमकारी के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इसे स्टाम्प पेपर के आधे आकार के ब्लॉट्स पर पेंट कर इसकी तस्करी की जाती है और इसे चाट या निगल कर खाया जाता है। एनसीबी के उप महानिदेशक (उत्तरी रेंज) ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि यह देश में किसी अभियान में एलएसडी ब्लॉट्स की जब्त की गई सबसे बड़ी खेप है। अब तक 6 युवाओं को गिरफ्तार किया गया है और हम ऐसे ही एक और गिरोह का पता लगा रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोग 25-28 वर्ष की आयु के हैं। गृह मंत्री ने कहा कि सफलता साइबर सतर्कता और मानव खुफिया के बड़े महान समन्वय का परिणाम है...क्योंकि इन मादक पदार्थों का व्यापार करने के लिए डार्कनेट और क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल किया जाता था। गृह मंत्री ने ट्वीट किया कि गहन सतर्कता और बेहतर समन्वय के कारण पिछले कुछ वर्षों में भारत में मादक पदार्थों की जब्ती में तेजी से वृद्धि हुई है। सिंह ने कहा कि करीब दो सप्ताह के अभियान के तहत कुल 14,961 ब्लॉट्स जब्त किए गए और ये ब्लॉट्स गैमागोब्लिन एंड होली स्पिरिट ऑफ असुर ब्रांड के हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक कर्नाटक पुलिस ने 2021 में एलएसडी के सबसे अधिक 5,000 ब्लॉट्स जब्त किए थे और इसी तरह कोलकाता पुलिस ने 2022 में एक अभियान में इतनी ही मात्रा में ब्लॉट्स जब्त किए। उन्होंने बताया कि एलएसडी का सबसे अधिक दुरुपयोग युवा कर रहे हैं और इससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं। अधिकारियों के अनुसार, एलएसडी को मादक पदार्थों के बीच एसिड के रूप में जाना जाता है और यह गंधहीन, रंगहीन और स्वादहीन होता है। एनएसबी के एक अधिकारी ने कहा कि 0.1 ग्राम एलएसडी (लगभग छह ब्लॉट) की बरामदगी से व्यक्ति के खिलाफ मादक पदार्थ पर रोकथाम संबंधी एनडीपीएस कानून के तहत सख्त कार्रवाई हो सकती है। एनसीबी के उप महानिदेशक सिंह ने कहा कि लगभग 15,000 एलएसडी ब्लॉट की नवीनतम जब्ती व्यावसायिक मात्रा का 2,500 गुना है। उन्होंने कहा कि जब्त एलएसडी पोलैंड और नीदरलैंड से मंगवाया गया था और यह गिरोह क्रिप्टोकरंसी और यूपीआई के माध्यम से भुगतान करके विभिन्न राज्यों में इसकी तस्करी कर रहा था। इसे कोरियर और डाक नेटवर्क के माध्यम से भेजा जाता था। अधिकारियों ने कहा कि एनसीबी क्रिप्टो फंड्स पर भी रोक लगाने की कोशिश कर रहा है। सिंह ने कहा, हमारे द्वारा पकड़े गए आपूर्तिकर्ताओं और उपभोक्ताओं के बीच निजी बातचीत का रिकॉर्ड नहीं मिला और वे डार्कनेट पर संपर्क में थे। उन्होंने कहा कि कई घंटों तक डार्कनेट पर गश्त करने के बाद एनसीबी की दिल्ली जोनल इकाई की एक विशेष टीम ने कार्रवाई की। डार्क नेट का मतलब इंटरनेट में गहराई में छिपे उन मंचों से है जिनका इस्तेमाल मादक पदार्थों को बेचने, पोर्नोग्राफी सामग्री के आदान-प्रदान और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों के लिए किया जाता है। इंटरनेट पर संचार में गोपनीयता बनाए रखने के लिए अॅनियन राउटर की मदद से इन गतिविधियों को अंजाम दिया जाता है ताकि कानून प्रवर्तन एजेंसियां इन्हें पकड़ न पाएं। उप महानिदेशक ने कहा कि एलएसडी ब्लाट्स के अलावा 2.32 किलोग्राम गांजा और 4.65 लाख रुपए नकदी के अलावा बैंक में 20 लाख रुपए की जमा राशि जब्त की गई है। सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए ज्यादातर लोग छात्र और युवा हैं। उन्होंने कहा कि एक छात्र गोवा का है जो नोएडा के एक निजी विश्वविद्यालय में पढ़ता है, दूसरा दिल्ली का लड़का है जो इनमें से कुछ ब्लॉट्स को कश्मीर भेजने की कोशिश कर रहा था और एक लड़की है, जिसे एनसीआर से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि जयपुर स्थित एक आपूर्तिकर्ता और केरल के एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है। इसी तरह के एक डार्कनेट-आधारित ड्रग्स तस्करी रैकेट का एजेंसी ने 2021 में भंडाफोड़ कर 40 लोगों को गिरफ्तार किया था। भाषा Junglee Rummy App, BSE: भारतीय रिजर्व बैंक (BSE) की मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजों से पहले गुरुवार को स्थानीय शेयर बाजार बढ़त के साथ खुले। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स (Sensex) शुरुआती कारोबार में 85.64 अंक की बढ़त के साथ 63,228.60 अंक पर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) 25.55 अंक के लाभ से 18,751.95 अंक पर था। सेंसेक्स की कंपनियों में एनटीपीसी, पॉवर ग्रिड, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, एशियन पेंट्स, एलएंडटी, इंडसइंड बैंक और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर लाभ में थे, वहीं कोटक महिंद्रा बैंक, ऐक्सिस बैंक, एचसीएल टेक, विप्रो, टेक महिंद्रा और टीसीएस के शेयर नुकसान में थे। अन्य एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और जापान का निक्की नुकसान में थे। रुपया 7 पैसे गिरकर 82.59 प्रति डॉलर पर खुला : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति की घोषणा से पहले गुरुवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 7 पैसे गिरकर 82.59 प्रति डॉलर के स्तर पर आ गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया पिछले बंद भाव के मुकाबले 7 पैसे की गिरावट के साथ 82.59 पर खुला। रुपया बुधवार को डॉलर के मुकाबले 82.52 पर बंद हुआ था। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि रुपया एक सीमित दायरे में कारोबार कर रहा था और बाजार को आरबीआई की मौद्रिक नीति का इंतजार था। इस बीच 6 प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.09 प्रतिशत गिरकर 104 पर था। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.26 फीसदी गिरकर 76.75 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को शुद्ध रूप से 1,382.57 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे।(भाषा) Edited by: Ravindra Gupta
सीहोर जिले के मुंगावली गांव के बोरवेल में गिरी बेटी सृष्टि को निकालने के प्रयास लगातार जारी है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के बाद आर्मी की टीम भी मौके पर पहुंच रही है।हमारी कोशिश है कि बच्ची को शीघ्र ही सुरक्षित बाहर निकाला जाए: CM pic.twitter.com/kG2YchhzKB— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) June 7, 2023 Online Gambling Games Choose your Fortune at the Online Casino! Play for Real at the Online Casino! 4. tvOS 17 के ज़रिए अब आप बड़ी स्क्रीन यानि टीवी पर भी वीडियो कॉल या कांफ्रेंस कर सकते हैं।
समुद्र, समंदर, सागर, पयोधि, उदधि, पारावार, नदीश, जलधि, सिंधु, रत्नाकर, वारिधि जैसे कई नामों से पुकारी जाने वाली यह विशाल जलराशि सभी को आकर्षित करती है।प्रतिवर्ष 8 जून को 'विश्व महासागर दिवस' मनाया जाता है। अंग्रेजी में इसे सी (sea) और महासागर को ओशियन (ocean) कहते हैं। पृथ्वी का 70 प्रतिशत भाग महासागरों से घिरा है। इन्हीं अपार जल भंडार के कारण पृथ्वी को 'नीला गृह' भी कहा जाता है। पृथ्वी का वह भाग, जो विशाल जलराशि (लवणीय जल) से घिरा हुआ है, महासागर कहलाता है। कैसे आरंभ हुआ वर्ष 1992 में ब्राजील की राजधानी रियो डी जेनेरियो में एक ग्लोबल फोरम का आयोजन हुआ जो संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण एवं विकास सम्मेलन के सामानांतर था। इसमें ही 8 जून को वैश्विक स्तर पर महासागर दिवस मानाने का प्रस्ताव लाया गया। वर्ष 2008 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने संकल्प लिया और इस दिवस को 'विश्व महासागर दिवस' नामित किया गया। क्या है मूल उद्देश्य इस दिवस को मानाने का मूल उद्देश्य लोगों को महासागर की भूमिका से अवगत करना है। साथ ही समुद्री जीवों के संरक्षण, मानवों के द्वारा बर्बाद की जा रही समुद्री दुनिया के प्रति सूचनाएं और जागरूकता अभियान और प्रकृति को बचाने के एक विश्वव्यापी आंदोलन के लिए प्रेरित करना है। मुख्यत: 5 महासागर हैं धरती पर : प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, हिन्द महासागर, आर्कटिक महासागर तथा दक्षिणी महासागर कुल 5 महासागर हैं। प्रशांत महासागर तथा अटलांटिक महासागर का विस्तार उत्तरी गोलार्द्ध तथा दक्षिणी गोलार्द्ध दोनों जगह है इसलिए भूमध्य रेखा के उत्तर में स्थित उत्तरी प्रशांत महासागर तथा दक्षिण में स्थित दक्षिणी प्रशांत महासागर स्थित हैं। इस प्रकार कुल मिलाकर 7 महासागर या 7 समंदर हैं। उल्लेखनीय है कि अंटार्कटिका में बर्फीली जमीन के अंदर 400 से ज्यादा झीलें हैं। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि समुद्र का जन्म आज से लगभग पचास करोड़ से 100 करोड़ वर्षों के बीच हुआ होगा। दरअसल, धरती के विशालकाय गड्ढ़े पानी से कैसे भर गए यह अनुमान लगाना मुश्किल है। दूसरी ओर इतने विशालकाय गड्ढे कैसे निर्मित हुए यह भी एक बड़ा सवाल है। समुद्र की लहरें 3 तरह से पैदा होती हैं। पहली समुद्र की सतह पर बहने वाली हवा, दूसरी चंद्रमा के कारण उत्पन्न हुआ ज्वार और तीसरी समुद्र के भीतर कहीं आया भूकंप। सभी सागरों की गहराई अलग-अलग मानी गई है। हालांकि महासागरों की गहराई का रहस्य अभी भी बरकरार है। समुद्र की गहराई बेहद ठंडी, अंधेरी होती है और कभी-कभी तो ज्यादा दबाव के कारण यहां ऑक्सीजन भी काफी कम हो जाती है। Matka Gambling Matka Live, 6. मेमोरी वीक होना और जल्दी थकान होना।
Get your Game on at the Online Casino Online Casino India हमारे सिस्टम में वाइल्ड लाइफ कोई मुद्दा नहीं 1. मराठा साम्राज्य के राजा छत्रपति शिवाजी महाराज (Shivaji Maharaj) को कौन नहीं जानता। शिवनेरी (महाराष्ट्र) में 19 फरवरी 1627 को मराठा परिवार में जन्मे शिवाजी महाराज बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उनके पिता का नाम शाहजी और माता का नाम जीजाबाई था। बचपन से ही राजनीति एवं युद्ध की शिक्षा लेने वाले शिवाजी कई कलाओं में माहिर थे। वे बचपन में अपनी आयु के बालकों को इकट्ठा करके उनके नेता बनकर युद्ध करने और किले जीतने का खेल खेला करते थे। युवावस्था में आते ही उनका खेल, वास्तविक कर्म बना और शत्रुओं पर आक्रमण करके शिवाजी उनके किले आदि जीतकर उन्हें परास्त करने लगे। 2. 6 जून का दिन भारतीय इतिहास में खास महत्व रखता हैं, क्योंकि इसी दिन यानी 6 जून 1674 को छत्रपति शिवाजी महाराज युद्ध में मुगलों को परास्त कर लौटे थे तथा मराठा शासक के रूप में उनका राज्याभिषेक हुआ था। वे एक ऐसे भारतीय शासक थे जिन्होंने मराठा साम्राज्य खड़ा किया था, अत: उन्हें एक अग्रगण्य वीर एवं अमर स्वतंत्रता-सेनानी भी स्वीकार किया जाता है। 3. माना जाता है कि छत्रपति शिवाजी ने ही भारत में पहली बार गुरिल्ला युद्ध का आरंभ किया था। गुरिल्ला युद्ध एक प्रकार का छापामार युद्ध है। मोटे तौर पर छापामार युद्ध अर्द्धसैनिकों की टुकड़ियों अथवा अनियमित सैनिकों द्वारा शत्रु सेना के पीछे या पार्श्व में आक्रमण करके लड़े जाते हैं। उन्हें भारतीय नौसेना का जनक भी माना जाता है, क्योंकि उन्होंने ही नौसेना भी तैयार की थी। 4. छत्रपति शिवाजी अपनी कुलदेवी माता तुलजा भवानी के उपासक थे। महाराष्ट्र के उस्मानाबाद जिले का एक ऐसा स्थान जिसे तुलजापुर के नाम से जाना जाता है, जहां छत्रपति शिवाजी की कुलदेवी मां तुलजा भवानी स्थापित हैं, जो आज भी कई परिवारों की कुलदेवी के रूप में प्रचलित हैं। शिवाजी महाराज उन्हीं की उपासना करते थे। मान्यतानुसार खुद देवी मां ने प्रकट होकर शिवाजी को तलवार प्रदान की थी। 5. छत्रपति शिवाजी महाराज को भारत के शूरवीरों में गिना जाता है, क्योंकि वे एक बुद्धिमान, बहादुर, शौर्यवीर और दयालु शासक थे। शिवाजी जयंती का दिन महाराष्ट्र में एक त्योहार की तरह मनाया जाता है और इस दिन सार्वजनिक अवकाश भी रहता है। अप्रैल 1680 को बीमार होने पर छत्रपति शिवाजी महाराज की मृत्यु हो गई थी। शिवाजी महाराज आज भी भारत के सच्चे वीर सपूतों में से एक माने जाते हैं।
राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी बयान देते हुए कहा कि ओरंगजैब की तारीफ करने वालों को माफी नहीं दी जाएगी। पुलिस इस मामले में कार्रवाई कर रही है। Rummy Game Rules, The government is willing to have a discussion with the wrestlers on their issues.I have once again invited the wrestlers for the same.— Anurag Thakur (@ianuragthakur) June 6, 2023
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